गजकेसरी राजयोग: 14 मार्च को बनने वाला यह शुभ संयोग इन राशियों की चमकाएगा किस्मत

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्रमा सबसे तेज गति से चलने वाला ग्रह है, जो लगभग ढाई दिन तक एक राशि में रहता है। ऐसे में इसकी युति या दृष्टि अन्य ग्रहों के साथ मिलकर कई शुभ-अशुभ योगों का निर्माण करती है। इस बार होली के दिन 14 मार्च 2025 को…

महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग – कालचक्र के अधिपति भगवान शिव का दिव्य धाम

कल हमने महाराष्ट्र स्थित घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन किए थे, जो भक्त घृष्णा की अटूट श्रद्धा और भगवान शिव के अनुग्रह का प्रतीक है। अब हमारी द्वादश ज्योतिर्लिंग यात्रा आगे बढ़ रही है मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की…

घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग – भक्तिपूर्ण प्रेम और त्याग की अमर गाथा

कल हमने नासिक स्थित त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन किए थे, जहाँ भगवान शिव त्रिनेत्र स्वरूप में ब्रह्मा और विष्णु के साथ प्रतिष्ठित हैं। अब हमारी द्वादश ज्योतिर्लिंग यात्रा आगे बढ़ रही है महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित घृष्णेश्वर…

होलिका दहन 2025: इस रात करें ये 1 खास उपाय, मां लक्ष्मी करेंगी धनवर्षा!

🔥 होलिका दहन: बुराई के अंत और समृद्धि की शुरुआत का पर्व! 13 मार्च 2025 को होलिका दहन का पावन पर्व पूरे भारत में श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाया जाएगा। यह पर्व सत्य की असत्य पर विजय और धर्म की अधर्म पर जीत का प्रतीक है। इस दिन किए गए विशेष…

12 मार्च राशिफल: अमला योग का महासंयोग! इन 3 राशियों पर बरसेगा पैसा, किस्मत देगी खुला साथ!

आज बुधवार, 12 मार्च 2025 का दिन ज्योतिषीय गणना के अनुसार कन्या, तुला और मकर राशि के जातकों के लिए विशेष रूप से लाभकारी रहेगा। दरअसल, चंद्रमा का गोचर आज दिनभर सिंह राशि में रहेगा और मघा नक्षत्र से संचार करेगा। इस दौरान सूर्य और शनि के बीच…

एकमात्र ज्योतिर्लिंग है जहां भगवान शिव के साथ ब्रह्मा और विष्णु भी हैं प्रतिष्ठित

आज हमारी पवित्र ज्योतिर्लिंग यात्रा में अगला पड़ाव त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग (महाराष्ट्र) है, जो भगवान शिव के त्रिनेत्र स्वरूप का प्रतीक है। चलिए, इस दिव्य धाम की कथा, महत्व और अद्भुत दर्शन का अनुभव करते हैं। हर हर महादेव! त्र्यंबकेश्वर…

नागेश्वर ज्योतिर्लिंग – द्वारका के प्रभु शिव का दिव्य धाम

कल हमने दक्षिण भारत के पवित्रतम तीर्थों में से एक रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग की यात्रा की थी। वह स्थान, जहां प्रभु श्रीराम ने समुद्र तट पर शिवलिंग स्थापित कर भगवान शिव की पूजा की थी। यह यात्रा एक आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देने वाली थी।…

जगन्नाथ पुरी में एकादशी उल्टी क्यों लटकी है?

जगन्नाथ पुरी धाम को श्रीकृष्ण का जीवंत धाम कहा जाता है, जहाँ भगवान स्वयं भक्तों के साथ लीलाएं करते हैं। इस पवित्र स्थान से अनेक अद्भुत घटनाएँ जुड़ी हुई हैं, जिनमें से एक है "एकादशी का उल्टा लटकना"। क्या आपने कभी सोचा है कि पुरी में एकादशी…

सभी व्रतों का राजा है ये व्रत: पुण्य, मोक्ष और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्ति का महान पर्व

सनातन धर्म में व्रतों का अत्यधिक महत्व बताया गया है, लेकिन यदि कोई एक व्रत सर्वाधिक पुण्यदायी, मोक्षदायी और भगवान विष्णु की असीम कृपा प्राप्त कराने वाला है, तो वह एकादशी व्रत है। इसीलिए इसे ‘व्रतों का राजा’ कहा जाता है। एकादशी का व्रत करने…

श्री आमलकी एकादशी व्रत 2025, कथा व महत्व 

 तिथि: 10 मार्च 2025, सोमवार फाल्गुन शुक्ल पक्ष की एकादशी को आमलकी एकादशी और रंगभरी एकादशी कहा जाता है। यह व्रत श्रीहरि विष्णु को समर्पित है और मोक्ष, पुण्य व समृद्धि प्रदान करता है। इस दिन आंवले के वृक्ष की पूजा विशेष फलदायी होती है,…