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मंदिर विशेष
द्वारका धाम: श्रीकृष्ण की पावन लीला भूमि एवं मोक्षद्वार
द्वारका धाम: श्रीकृष्ण की पावन लीला भूमि एवं मोक्षद्वार
कल हमने आपको हिंदू धर्म के प्रमुख चारधामों में से प्रमुख बद्रीनाथ धाम ले चले थे
बद्रीनाथ धाम: स्वर्ग का द्वार, जहाँ स्वयं तपस्या करते हैं भगवान
तो आज हम आपको लेकर…
बद्रीनाथ धाम: स्वर्ग का द्वार, जहाँ स्वयं तपस्या करते हैं भगवान
हिमालय की गोद में बसा बद्रीनाथ धाम केवल एक मंदिर नहीं, बल्कि यह वह स्थान है, जहां स्वयं नारायण मोक्ष का आशीर्वाद देते हैं। उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित यह धाम भारत के चार धामों में से एक है और सनातन परंपरा का अमर केंद्र माना जाता है।…
दुर्मुखासुर संहारिणी दधिमती माता – साधारण नहीं, जाग्रत दिव्य धाम!
राजस्थान की भूमि केवल वीरों और राजाओं की नहीं, बल्कि ऋषियों की तपोभूमि भी रही है। इसी पुण्य धरा पर स्थित है दधिमती माता मंदिर, जो केवल एक शक्ति स्थल नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति का दिव्य प्रमाण है। यह मंदिर 52 शक्तिपीठों में से एक है और नागौर…
क्या सच में बाबा श्याम आज भी अपने भक्तों के संकट हरते हैं? जानिए उनकी रहस्यमयी शक्ति की…
भारत की पावन भूमि अनगिनत भक्तों और साधकों की आस्था का केंद्र रही है। विभिन्न युगों में अवतरित हुए भगवान के स्वरूपों में से एक हैं खाटू श्याम बाबा, जिन्हें "हारे का सहारा" और "लखदातार" के नाम से भी जाना जाता है। वे कलियुग में भगवान श्रीकृष्ण…
शिवरात्रि और महाशिवरात्रि में क्या है अंतर? जानिए क्यों मनाया जाता है ये पर्व
महाशिवरात्रि हिन्दुओं का प्रमुख धार्मिक पर्व है। ये पावन पर्व फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। महाशिवरात्रि के ही दिन भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती का विवाह हुआ था। आज के दिन शिवभक्त व्रत रखते हैं और भगवान शिव की…
सनातन धर्म के आलोक में मन्दिरों का महत्त्व
मन्दिर केवल पत्थरों से निर्मित भवन मात्र नहीं, अपितु यह ईश्वरीय ऊर्जा के केंद्र होते हैं। सनातन धर्म में मन्दिरों को दिव्य शक्तिपीठ माना गया है, जहाँ साधक ईश्वर की उपासना कर आत्मिक शुद्धि एवं मोक्ष प्राप्ति की दिशा में अग्रसर होते हैं।…